Tips for success


किसी भी सफल व्यक्ति की सफलता उसके कड़े अनुशासन का परिणाम होता है | सफलता किसी को विरासत में नहीं मिलती हैं और न ही ख्वाबों में मिलती है सफल बनने के लिए कठोर अनुशासन का पालन करने की जरूरत होती हैं | एक सफल व्यक्ति का जीवन उतार-चढ़ाव से भरपूर होता है ऐसा नहीं होता है  की उसको हर परिस्थिती में जीत ही मिलती है बल्कि बहुत  परिस्थिती में उसको हार का भी सामना करना पड़ता हैं , यही एक बहुत बड़ा  अंतर है एक सफल व्यक्ति में और एक असफल व्यक्ति में, सफल व्यक्ति हार मिलने के बाद भी अपना पूर्ण प्रयास करता रहता है और कड़ी मेहनत के बाद सफलता को प्राप्त कर लेता है इसी जगह पर एक असफल व्यक्ति हार मिलने के बाद निराश हो जाता हैं और ये सोचता हैं की वो अब कुछ नहीं कर सकता है और आगे प्रयास नहीं करता है |

अब मैं आपको कुछ ऐसी बातों के बारे में बताऊंगा जो एक व्यक्ति को सफल बनाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और ये सफलता का आधार हैं_

अपने आप और अपनी रूचि को पहचाने

इंटरमीडिएट पास होने के बाद बहुत से ऐसे स्टूडेंट्स होते है जिन्हें यही नहीं पता होता हैं की अब उन्हें आगे करना क्या है बिना कुछ सोचे समझे ही किसी भी कॉलेज और कोर्स में एडमिशन लें लेते है और जब पढाई स्टार्ट होती हैं टोब उनको एहसास होता हैं की इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता हैं और बीच में ही छोड़ देते है और कुछ और पढना शुरू कर देते हैं दुर्भाग्यवश अगर वो भी नहीं समझ में आता हैं तो कुछ और करते हैं इसी तरह लगातार कुछ सालो तक करते रहते है और आखिर में नौकरी के लिए यहाँ वहा भटकते हैं|

लेकिन अगर आप अपने आपको और अपनी रूचि को अच्छे से समझते हैं तो फिर आपके लिए कुछ भी कठिन नहीं हैं बस आपको मेहनत करनी पड़ेगी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए |अगर आपको अभी तक ये नहीं पता हैं की आपकी रूचि किसमे हैं और आप क्या कर सकते हैं तो फिर सोचना शुरू कर दे और अपने आपको नोटिस करना शुरू करे की किस चीज़ में आपका ज्यादा मन लगता है तो उस छेत्र में बढे और अपने ज्ञान बढ़ाये जिससे आपको आगे परेशानी न उठानी पड़े |

" किसी और की रूचि के अनुसार बढ़ने के बजाये अगर आप अपनी रूचि को पहचान के उसके साथ आगे बढ़ेंगे  तो आपके सफलता का मार्ग और भी आसान हो जाएगा | "

अपने ज्ञान का आधार मजबूत रखे

आपने सुना होगा की किसी भी इमारत का आधार मजबूत हैं तो कुछ भी हो जाए वो नहीं गिरेगी लेकिन अगर आधार मजबूत नहीं हैं तो हलकी हवा चलने पर उसके गिरने का डर बना रहता हैं की कही गिर न जाए| इससे ये बात तो बिलकुल साफ़ हैं की कोई भी चीज़ क्यों न हो उसका आधार मजबूत होना बहुत जरूरी हैं बिलकुल इसी तरह अगर आप अपने ज्ञान का आधार मजबूत नहीं रखेंगे तो आपके साथ भी यही होगा| आप जो कुछ भी सीखे उससे अच्छे से समझे और उसमे अपने पूरा मन लगाये तभी आप उसके बारे में किसी को बता पाएंगे और आपका आधार मजबूत होगा|

मैं आपको एक उदाहरण देता हूँ जैसे आपने कोई मैथ्स का कोई चैप्टर पढ़ा और उसको अच्छे से नहीं समझा और आपसे किसी ने  उस चैप्टर से कुछ पूछ लिया तो आप उसको अच्छे से नहीं बता सकेंगे या बता ही न पाए लेकिन अगर आपने चैप्टर को अच्छे से पढ़ा ,समझा हैं और इस चैप्टर में आपका आधार मजबूत हैं तो आप पूछने वाले को सब अच्छे से समझा सकते हैं|

  " केवल कहने से आधार मजबूत नहीं होता हैं उसके लिए मेहनत भी करनी पड़ती है| "

परिश्रम ही सफलता की कुंजी हैं 

जो मैंने हैडिंग लिखी हैं वो तो सभी अपने बचपन से सुनते आ रहे हैं लेकिन इस पर बहुत ध्यान नहीं देते हैं लेकिन जिन्होंने ध्यान दिया हैं आज वो उचाईयों पर बैठे हैं| ये बात बिलकुल सही हैं की किसी छेत्र में सफलता पाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती हैं बिना मेहनत के कुछ भी नहीं मिलता हैं सबकुछ आपकी मेहनत पर निर्भर करता हैं| लेकिन आज के समय में बहुत से ऐसे लोग है जो मेहनत नहीं करना चाहते है लेकिन अपनी जिन्दगी में सभी सुख सुविधाए चाहते है और उसके लिए लिए गलत काम करने लगते हैं | 

इससे कोई फायदा नहीं होता हैं अगर आप मेहनत करना जानते हैं और उसकी कीमत को समझते है तो आप कुछ भी कर सकते हैं|

"  केवल पसीना बहा कर शारीरिक परिश्रम करना ही परिश्रम नहीं होता हैं बल्कि मानसिक परिश्रम भी        परिश्रम ही होता है| "

सभी से सीखने की कोशिश करे

अगर आप ये सोचते हैं की केवल बड़े ही छोटो को कुछ सिखा सकते है हैं तो आज ही अपने दिमाग से ये बात निकाल दे क्यूंकि  सीखने और सिखाने के लिए कोई उम्र नहीं होती हैं किसी भी उम्र में कुछ भी सिखा जाता हैं और कुछ भी सिखाया जा सकता हैं कभी कोई छोटा आपको ऐसी सीख दे की आपकी पूरी लाइफ ही बदल जाए तो कुछ भी सिखने के लिए हमेशा तयार रहे चाहे वो किसी छोटे से हो या किसी बड़े से |

मैंने एक पोस्ट लिखी थी जिसमे और भी पढ़ सकते हैं मैं उसकी लिंक दे देता हूँ इससे आप पढ़ सकते है_
"सीखना" क्या है ?

" किसी से कुछ कुछ सिखने में न आप कभी छोटे हो जायेंगे और न ही सिखाने वाला बड़ा हो जाएगा "