Web development  is the process of building websites.



आज हम बहुत demanding skill के ऊपर बात करने वाले हैं और वो skill web development  हैं | बहुत से ऐसे students ऐसे हैं जो expert हैं लेकिन बहुत से ऐसे भी students है जिन्हें web development के बारे में उन्हें कुछ भी नही पता और उन्हें web development के नाम से डर लगता हैं | तो पोस्ट basically उन students के लिए हैं जिन्हें web development का ABC भी नहीं पता हैं और वो किसी वजह से start नहीं कर पा रहे हैं | मैं कुछ Reason बताना चाहता हूँ जिस कारण student , web development ,start नहीं कर पाते या अगर start कर भी लेते हैं फिर भी बहुत hard work के बाद भी ज्यादा अच्छा result नहीं ला पाते है तो मैं अब आपको बताता हूँ वो कौन से रीज़न हैं _

Reason 1: बहुत से ऐसे students होते है जो ये सोचते हैं  की web development के लिए बहुत hard coding की जरुरत होती हैं और वो अपना सारा समय इसी में waste कर देता हैं की इतनी "hard coding कैसे करूँगा ?"
Solution: तो मैं आपको बता दूँ web development को start करने के लिए बहुत hard coding की जरुरत नहीं होती हैं बस आप बेसिक HTML से शुरू कर सकते हैं फिर जैसे जैसे आपको आना शुरू हो आप अपना लेवल बढ़ा सकते हैं |

Reason 2: कुछ students के ये problem होती हैं की वो समझ नहीं पाते है की web development होता क्या हैं ?
Solution:  In General words , web development वह process होता हैं जिसके through हम website ,develop करते हैं | और website को develop करने के लिए हमे बहुत से parts की जरुरत होती हैं जैसे website कैसी दिखनी चाहिए , website internet पर कैसे काम  करेगी | ये सब parts ही web development के important parts होते हैं जो आपस में मिलकर web development की process को पूरा करते हैं | web development के main 3 parts होते हैं जिनके बारे में मैं introduction दे देता हूँ _
  • Front - end development - In general words, यह वह process हैं जिसके through website की design को बनाते हैं मतलब internet पर  website कैसी दिखनी चाहिए |
  • Back- end development -  In general words, यह वह process हैं जिसके through एक developer website के backend architecture को handle करता हैं | Backend Architecture में Server,application , database होता हैं | Front end कितनी अच्छी तरीके से काम करेगा ये backend पर depend करता हैं | for example जब हम कोई फॉर्म भरते हैं तो हम अपनी entries को front end में फिल करते हैं वो backend में Available database में स्टोर होती हैं और ये storing तभी possible होगी जब आपको website प्रॉपर तरीके से server से connect होगी |
  • Full stack development - ये Front - end development और Back- end development का mixture होता हैं मतलब इसमें वो developers काम करते हैं जिन्हें दोनों disciplines की knowedge होती हैं |
Note : अगर आप Frontend और backend में अभी  भी थोडा confuse हैं तो dont worry मैं इनके लिए detail में पोस्ट लिखूंगा |

Reason 3: कुछ ऐसे भी students होते हैं जो start तो कर चुके हैं लेकिन उनकी प्रोग्रेस ज्यादा अच्छी नहीं होती हैं इसका कारण या तो वो interest नहीं लेते या फिर कई महीनो तक केवल Html और Css ही सीखते रहते हैं |
Solution : अगर बार interest की हैं और आपने बहुत try  किया फिर भी आप अपना इंटरेस्ट नहीं जगा पा  रहे है तो आपको कही और try करना चाहिए लेकिन अगर ये आपको और try करने का मन हैं जिससे आपका interest जाग सके तो आपको एक सिंपल सा प्रोजेक्ट बनाना चाहिए html और css का उसे करके | प्रोजेक्ट के लिए आप अपनी RESUME बना सकते हैं |अब बात उनकी जो केवल html और css ही सीखते रहते है| तो मैं बता दू आपको start करने के लिए आपको केवल basic और intermediate लेवल तक सिखने की जरुरत हैं जब आप इतना सीख ले फिर web page बनाना शुरू करे जिससे आपली practice  होगी और आप नयी चीजे अपने आप सीखते जायेंगे |


Reason 4:Tier - 3 कॉलेज के students के लिए special tip |
Solution : Tier - 3 college के बहुत से ऐसे students होते हैं जिन्हें अपने last year तक frontend भी नहीं आता हैं और फिर यही चीज उन्हें ट्रेनिंग मेंन सीखनी पड़ती हैं | इसका सबसे बड़ा रीज़न हैं की न तो वो interest लेते हैं और न ही वहा ऐसा environment होता हैं | तो अगर आप 1st , 2nd के स्टूडेंट हैं तो ये मत सोचिये की last year या  3rd में सीख लेंगे , अभी से शुरू करिए धीरे धीरे ही आप एपेर्ट बनेंगे |


ये मैंने कुछ खाश Resaons के ऊपर बात की हैं इसके अलावा भी बहुत से रीज़न होते है जिस कारण students को परेशानी होती हैं | इस पोस्ट में मैंने  कुछ reason बताये हैं अगली Post में web development roadmap के ऊपर लिखूंगा |